Oct 15, 2011

मुम्बई जाकर हीरोइन क्यों नहीं बन जातीं

एक भिखारी भीख मांगने के प्रयोजन से एक घर के दरवाजे पहुंचा और दस्तक दी। अंदर से एक 46-47 साल की महिला बाहर आई।
भिखारी बोला - ’माताजी, भुखे को रोटी दो‘।
महिला बोली - ’शर्म नहीं आती, इतने हटृटे-कटृटे हो, कुछ काम-किया करो। अब भिखारी ने भी सुर बदला और बोला मैंडम, आप भी इतनी खूबसूरत हैं, गोरी-चिठी हैं गजब का फिगर है और आपकी उम्र भी ज्यादा नही हैं। आप मुम्बई जाकर हीरोइन क्यों नहीं बन जातीं? घर पर बेकार बैठी हैं।
महिला बोली -जरा रुको, मैं अभी तुम्हारे लिए हलवा-पूरी लाती हूं।

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