Aug 16, 2010

टाटा समूह बना देश का सबसे बड़ा ओद्योगिक समूह


ई दिल्ली. टाटा ग्रुप का अगले चैयरमेन और रतन टाटा का उत्तराधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार की खोज के बीच ही टाटा समूह 3 लाख 71 हजार करोड़ की मार्केट वेल्यू के साथ भारत का सबसे बड़ा ओद्योगिक समूह बन गया है। इसी के साथ ही टाटा समूह की बाजार वेल्यू अंबानी बंधुओं की कंपनियों से भी ज्यादा हो गई है।

टाटा समूह के बाद देश की सबसे बड़ी कंपनी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (3,21,750 करोड़ रुपए) है। रिलायंस इंडस्ट्रीज को देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी माना गया है। मुकेश अंबानी के बाद 1 लाख 35 हजार करोड़ रुपए मार्केट वेल्यू की अनिल अग्रवाल की स्टरलाइट ग्रप आती है। अनिल अंबानी ग्रुप 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपए की मार्केट वेल्यू के साथ चौथे नंबर पर है। ताजा बाजार के मुतबिक सुनील मित्तल की भार्ती ग्रुप 1 लाख 20 हजार करोड़ की मार्केट वेल्यू के साथ इस सूची में पांचवे नंबर पर है।

हालाकि अगर मुकेश और अनिल अंबानी की संपत्ति को एक साथ माना जाए तो टाटा समूह दूसरे नंबर पर आ जाएगा और अंबानी बंधुओ का समूह देश का सबसे बड़ा ओद्योग समूह हो जाएगा। पिछले कुछ महीनों में अंबानी बंधुओ की बढ़ती नजदीकी से भी संकेत मिले है कि दोनो भाई फिर से एक हो सकते हैं।

इस समय दोनों अंबानी बंधुओ की मार्केट वेल्यु करीब 4 लाख 47 हजार करोड़ रुपए है जो टाटा समूह से लगभग 77 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है।

गौरतलब है कि टाटा समूह ने देश के सबसे बड़े ओद्योगिक घराने के रूप में मुकेश अंबानी समूह का स्थान उस समय लिया है जब टाटा समूह ने रतन टाटा के उत्तराधिकारी की खोज तेज कर दी है। रतन टाटा 1991 में टाटा समूह के चैयरमेन बने थे और वो 2012 में अपने पद से रिटायर हो रहे हैं।

No comments:

Post a Comment