Jul 11, 2009

लंदन। ट्वंटी-20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के साथ आईसीसी के टेस्ट क्रिकेट को चार दिन तक सीमित करने पर विचार-विमर्श करने के बीच दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान कैपलर वेसेल्स का मानना है कि संकट से जूझे रहे क्रिकेट के इस लंबे प्रारूप के लिए उबाऊ एशेज खतरनाक होगा।
वेसेल्स ने कहा, टेस्ट क्रिकेट को जिस अंतिम चीज की जरूरत है वह उबाऊ एशेज है। क्रिकेट का लंबा प्रारूप पहले ही संकट में घिरा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आईसीसी] ने चार दिन के टेस्ट मैचों के बारे में सोचना शुरू कर दिया है और हर जगह खेल का ट्वंटी-20 प्रारूप छा रहा है। टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने के लिए इस एशेज सीरीज को आग मुहैया करानी ही होगी। वेसेल्स का मानना है कि टी-20 विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता के आसपास एशेज का कार्यक्रम तय करना भी आस्ट्रेलिया-इंग्लैंड सीरीज में कम रुचि का एक अन्य कारण है।
उन्होंने वीकेंड पोस्ट में लिखा है, मुझे याद नहीं आता जब एशेज सीरीज की शुरुआत इतनी कम दिलचस्पी के साथ हुई हो। शायद हाल में ट्वंटी-20 विश्व कप का समाप्त होना इसका एक कारण हो। वेसेल्स ने कहा, टेस्ट क्रिकेट की प्रतिष्ठित सीरीज को किसी हाई प्रोफाइल प्रतियोगिता के बाद उसी देश में आयोजित कराना शायद बहुत अच्छा विचार नहीं है। बाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि कार्डिफ में स्टेडियम दर्शकों से खचाखच शायद इसलिए भरा है क्योंकि इस मैदान पर पहली बार टेस्ट मैच का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा, यह इस मैदान पर पहला और एशेज सीरीज का शुरुआती मैच है इसलिए इसके सभी टिकट बिकने ही थे। लेकिन अब तक क्रिकेट काफी सामान्य रहा है। उन्होंने कहा कि बाकी

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